
इतनी लंबी मोमबत्ती!
आम मोमबत्तियां तो हम सबने देखी हैं, रंग-बिरंगी, छोटी-लंबी-मोटी है न! लेकिन सन् 1897 में स्टॉकहोम प्रदर्शनी में एक ऐसी मोमबत्ती दिखाई गई थी, जिसकी ऊंचाई 80 फुट और व्यास 8.5 फुट था।
पत्थर से बना पाउडर
शरीर पर लगाए जाने वाले सुगंधित टैल्कम पाउडर ‘टैल्क’ नामक पत्थर, जो सबसे मुलायम खनिज है, से बनाया जाता है। इसमें बाद में सुगंधि मिला दी जाती है।
तैरता है लोहा
क्विक सिल्वर कोई चांदी नहीं है, बल्कि यह पारे का नाम है। यह अकेली ऐसी धातु है, जो तरल अवस्था में रहती है। यह इतनी भारी होती है कि इस पर लोहा भी तैरता है।
सबसे भारी और सबसे हल्की धातु
लीथियम धातु सबसे हल्की है, जबकि ऑस्मियम धातु सबसे भारी है। ऑस्मियम की एक 2 फुट लंबी, 2 फुट चौड़ी और 2 फुट मोटी सिल्ली का वÊान एक हाथी के बराबर होता है।
एक असम्भव टाइपराइटर
यद्यपि जापान के लोग औद्योगिक दुनिया में सबसे आगे हैं, लेकिन वे आज तक जापानी भाषा के टाइपराइटर की कुछ कमियां दूर नहीं कर पाए हैं। इसका कारण यह है कि उनकी आम भाषा में 2 हÊार से अधिक अक्षर हैं, जिनके लिए पूर्ण परिष्कृत की-बोर्ड बनाना अत्यधिक कठिन कार्य है।
सबसे महंगा जल
गुरू जल या भारी पानी, जिसका प्रयोग नाभिकीय भट्टियों में किया जाता है, विश्व का सबसे महंगा जल है। एक लीटर गुरू जल का मूल्य लगभग 200 पाउंड होता है।
आसान है तैरना
नदी की तुलना में समुद्र में तैरना अधिक सरल होता है क्योंकि पानी में नमक घुला होने के कारण समुद्री जल का घनत्व अधिक होता है।
साभार - भास्कर. कॉम
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