
अमरीकन अकादमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के अनुसार बारह वर्ष तक के बच्चों को प्रतिदिन एक घंटे से अधिक टेलीविजन नहीं देखना चाहिए। यदि आपका बच्चा इससे अधिक समय तक टीवी देखता है तो उसे मोटापे व आंख की समस्या हो सकती है। इसके अलावा उसकी क्रियेटिविटी भी कम हो जाती है। आइये, हम आपको बताते हैं कि बच्चों को ज्यादा टीवी देखने से कैसे रोका जाए
* अपने बच्चे के टीवी देखने की समय सीमा निर्धारित करें। यदि यह सीमा एक घंटे है तो बच्चों को समझाएं कि इससे ज्यादा टीवी देखने के लांगटर्म में क्या नुकसान हैं।
* अपने लिए भी टीवी देखने की समय सीमा बनायें और इसका कड़ाई से पालन करें। आपको देखकर बच्चा प्रेरित होगा।
* बच्चा जब आपके कहने के अनुसार निर्धारित समय तक टीवी देखने लगे, तो उसकी तारीफ करें। यह बात अपने पडोसियों, बच्चों के ग्रैण्ड पैरेन्ट्स, दोस्तों और शिक्षकों को बतायें, जब सभी उसकी तारीफ करेंगे तब बच्चा इस आदत को खुशी-खूशी बनाये रखेगा।
* बच्चे से पूछें कि उसको कौन से शो ज्यादा पसंद है। उस शो की रिकाडग कर लें और बाद में बच्चों को दिखायें। रिकार्डेड शो दिखाते समय कर्मिशयल ब्रेक में दिखाये जाने वाले विज्ञापनों को फास्ट फारवर्ड कर दें। इससे टीवी का तीस मिनट का शो आप बीस मिनट में बच्चे को दिखा देंगे।
* बच्चों के कमरे या बेडरूम में कभी भी टेलीविजन न रखें, क्योंकि आपके सोने के बाद बच्चे टीवी देख सकते हैं। टीवी हमेशा कॉमन प्लेस में रखें, ताकि बच्चे क्या देख रहे हैं, यह निगरानी घर का कोई भी सदस्य कर सके। लेकिन ध्यान रखें- बच्चे को यह न पता चले कि उस पर नजर रखी जा रही है अन्यथा वह विद्रोही हो सकता है।
* टेलीविजन के सामने सोफा या बेड न रखें क्योंकि सोफा रखने पर बच्चा आराम से बैठकर या लेटकर देर तक टीवी देख सकता है। टीवी के पास चेयर रखी जानी चाहिए।
* बच्चों को यह बतायें कि टेलीविजन में दिखायी जाने वाली हर चीज सच नहीं होती। हिसा से भरे कार्यक्रम वास्तविक जिन्दगी की तस्वीर नहीं हैं। केवल शैक्षिक कार्यक्रमों से सीख लेनी चाहिए और मनोरंजक शो केवल मनोरंजन के लिए होते हैं, उन्हें अपने जीवन में उतारना नहीं चाहिए।
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें